समाज को एकता के सूत्र में बांधा प्रो.राम पंजवानी नें - जेठरा

अजमेर। प्रेम प्रकाष आश्रम मार्ग,वैशाली नगर स्थित श्री झूलेलाल मंदिर में श्री झूलेलाल सेवा मंण्डली एंव भारतीय सिंधु सभा के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को पद्म श्री राम पजवानी की 109 वीं जयन्ति ं बडे धूम-धाम से मनाई गई ।



कार्यक्रम का शुभारंभ मंदिर के अध्यक्ष प्रकाष जेठरा, वैषाली सिंधी सेवा समिति के अध्यक्ष जी.डी. वरिन्दानी,महानगर अध्यक्ष नरेन्द्र बसरानी, व्दारा प्रो.राम पंजवानी के चित्र एंव इष्टदेव श्रीझूलेलाल जी के चित्र के समक्ष ज्योत प्रज्जवलित कर एंव माल्यार्पण कर किया गया । मंदिर के अध्यक्ष प्रकाष जेठरा नें कहा कि हमारी सनातन संस्कृति से जोडनें के लिये इष्टदेव श्रीझूलेलाल के अवतरण दिवस ''चेटीचंण्ड'' को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलकर मनानें में मुख्य भूमिका प्रो.राम पंजवानी नें की जिसमें सभी साहित्यकार,पत्रकार व समाजसेवियों का सहयोग रहा ।


महासचिव ईश्वरदास जेसवानी नें बताया कि इस अवसर पर मशहूर गायक होतचंद मोरियानी व्दारा प्रो.राम पंजवानी कसे समर्पित करते हुए उन्होनें अपना स्वरचित गीत'' हल त हली पेहन्जी सिंध ते हथ लाय पांण डिसूं पूनम लालवानी व्दारा ''डिन्दो अमीरी या गरीब......मुस्कान कोटवानी व्दारा ''अलाय जे छाह में राजी आ अलाय जे कैसा राजी आ.....स्वेता शर्मा व्दारा ' सिक में ओ सिक में......सोनी बागवानी व्दारा ''सिंध मुहिंजी अम्मां......आदि शानदार प्रो. राम पंजवानी व्दारा गाय गीत गाकर सभी नें उनको याद किया ।


इस अवसर पर पद्मश्री अवार्ड प्राप्त सिंधी साहित्य लेखक व कवि प्रो. राम पंजवानी के बारे में जानकारी देते हुए महानगर महामंत्री महेश टेकचन्दानी,व सिंधी बोली विकास समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश मंधाणी नें उनके जीवन व सिंधी साहित्य के योगदान पर प्रकाश डाला । संचालन मोहन कोटवानी व्दारा किया गया ।


इस अवसर पर शंकर टिलवानी,,खुशीराम ईसरानी, जयप्रकाश मंधाणी, तुलसी सोनी,मुकेश आहूजा, रमेश लख्यानी, पुरूषोतम जगवानी,भगवान पुरूस्वानी, ओमप्रकाश शर्मा, वासुदेव गिदवानी, मुरली गुरनानी, हरिराम कोडवानी,आशा लालचन्दानी, कल्पना चन्दानी आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे ।


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